बिन कहे ही उन्हें सब खबर है , क्या कहिये

दिया है दिल को , बशर है क्या कहिये
हुआ रकीब तो वो , नामाबर है , क्या कहिये
यग जिद की आज न आये और आये  न रहे
काजा से शिकवा हमें किस कदर है , क्या कहिये

1 comment: